Google News पर दिखने वाली खबरों के स्रोतों को समझना

मंगलवार, 1 जून, 2021

खबर के स्रोत, दर्शकों को अपने लेखों और साइट के बारे में जानकारी उपलब्ध करा सकते हैं. इससे वे दर्शकों का भरोसा जीत सकते हैं. दर्शकों को उपलब्ध कराई जाने वाली इस जानकारी में कई चीजें शामिल होती हैं, जैसे की खबरों के प्रकाशित होने की तारीख और लेखक के नाम की सही जानकारी. साथ ही, लेखकों के बारे में जानकारी, खबर का स्रोत, नेटवर्क या कंपनी का नाम, और संपर्क जानकारी भी दर्शकों को दी जानी चाहिए. इस तरह की पारदर्शिता से पाठकों को कॉन्टेंट और उसे बनाने वाले, दोनों के बारे में आसानी से जानकारी मिल सकती है. फिर चाहे, वह कॉन्टेंट पढ़ने, देखने या सुनने, किसी भी फ़ॉर्मैट में उपलब्ध कराया गया हो.

पारदर्शिता, Google की खबरों से जुड़ी नीतियों का एक अहम हिस्सा भी है. इन नीतियों की मदद से यह तय करने में मदद मिलती है कि Google News और News के दूसरे प्लैटफ़ॉर्म पर किस तरह की खबरें दिखाई जा सकती हैं. इससे यह भी पक्का किया जाता है कि हम भरोसेमंद और आधिकारिक स्रोतों के कॉन्टेंट को ही सबसे ऊपर दिखा रहे हैं. आज हम अपनी पारदर्शिता नीति के बारे में ज़्यादा जानकारी शेयर कर रहे हैं. हम खबर के स्रोतों को यह समझने में मदद करना चाहते हैं कि हमारी नीति किन सिद्धांतों को ध्यान में रखकर बनाई गई है. साथ ही, वे हमारी नीति का पालन कैसे कर सकते हैं.

वे सिद्धांत जिन्होंने खबरों से जुड़े हमारे नज़रिए को प्रेरित किया

आम व्यक्ति, खबर के किसी स्रोत की पारदर्शिता और उसके भरोसेमंद होने का आकलन कैसे करता है, यह हम इस बात से तय करते हैं कि ऐसा करने के लिए उसे स्रोत से जुड़ी किस तरह की जानकारी की ज़रूरत होती है. इसमें, उस जानकारी की काफ़ी अहमियत होती है जो हमें शिक्षा से जुड़ी रिसर्च, पत्रकारिता उद्योग के सबसे सही तरीकों, और उपयोगकर्ताओं की पसंद जानने के लिए, हमारी टेस्टिंग से मिलती है.

हम जानते हैं कि दुनिया भर में फैला खबरों का नेटवर्क, हर जगह अलग है और समय के साथ बदल रहा है. हमारे कई सिद्धांत हैं जो खबरों से जुड़ी हमारी नीति को प्रेरित करते हैं, ताकि हम उद्योग में होने वाले बदलावों को समझ सकें और अपनी पारदर्शिता नीति में बिना किसी भेदभाव के उसे शामिल कर सकें:

  • हम अलग-अलग देशों और इलाकों के हिसाब से पारदर्शिता नीतियों को लागू करते हैं. ऐसा खास तौर पर उन देशों/इलाकों को ध्यान में रखकर किया जाता है जहां पत्रकारिता को कम आज़ादी मिली हुई है. साथ ही, जहां किसी पत्रकार का नाम बताने जैसी नीति से, उस पत्रकार को खतरा हो सकता है.
  • हम कई चीज़ों पर गौर करते हैं और संपादकीय नीतियों पर काम करते हैं. इससे हमें यह पक्का करने में मदद मिलती है कि अलग-अलग जगहों पर लागू होने वाली संपादकीय नीतियों से, भरोसेमंद स्रोत पर लोगों के भरोसे में कोई असर न पड़े. इन नीतियों में, लेखक के नाम के बिना लेख प्रकाशित करना शामिल है.
  • हम ऐसी जानकारी दिखाने पर काम करते हैं जो उपयोगकर्ताओं के लिए साफ़ तौर पर उपलब्ध हो. इससे, बेहतर तकनीक वाली बड़ी साइटों और आसान शब्दों में जानकारी देने वाली छोटी साइटों को बराबरी पर रखा जा सकता है.

वे सिद्धांत जिनका पालन हमारा सिस्टम करता है

हमारे सिस्टम को कुछ इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि यह, मार्गदर्शन करने वाले हमारे इन सिद्धांतों को ध्यान में रखकर काम करे. साथ ही, किसी साइट का आकलन इस आधार पर करे कि वह हमारी पारदर्शिता नीति का पालन कर रही है या नहीं. अगर लेख की बात करें, तो हम ऐसे लेखों को ऊपर दिखाते हैं जिन्हें पढ़कर लोग, लेखों में दी गई जानकारी या लेख लिखने वाले पत्रकार के बारे में तुरंत समझ पाएं. इस जानकारी में कई चीज़ें शामिल होती हैं. जैसे, लेख के नाम की सही जानकारी (जिसमें अक्सर लेखक के क्रेडेंशियल और विशेषज्ञता के बारे में जानकारी देने वाला ब्यौरा होता है), लेख के प्रकाशन की तारीख, और लेख किस तरह का है, जैसे कि विचार या समाचार.

अगर साइट की बात की जाए, तो हम ऐसी जानकारी दिखाना चाहते हैं जो पाठकों को साइट का मकसद और इसकी संगठनात्मक संरचना के बारे में बताती हो. साथ ही, यह भी बताती हो कि उन्हें साइट से किस तरह की जानकारी मिल सकती है. इसमें कुछ इस तरह की जानकारी भी शामिल होती है, जैसे कि संगठन का मकसद, संपादकीय नीतियां और इसके मानक, संपादकीय और कारोबार, दोनों तरह के कर्मचारियों से जुड़ी जानकारी और परिचय, संपर्क जानकारी जो सार्वजनिक न हो, और मालिक और/या फ़ंड के स्रोत जैसी संगठन के बारे में अन्य जानकारी (जैसे, सरकार की तरफ़ से प्रायोजित, राजनैतिक दलों या पीएसी से संबंध).

पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए, सोच-समझकर तय किए गए नज़रिए की ज़रूरत होती है. पारदर्शिता को अलग-अलग स्थानीय नियमों, संपादकीय नीतियों, और संसाधनों के आधार पर होना चाहिए. साथ ही, समय के साथ बदलते मानकों के हिसाब से, इस नज़रिए में बदलाव लाया जाना चाहिए. हम उम्मीद करते हैं कि यहां बताई गई हमारी प्रतिबद्धता और खबरों से जुड़ी हमारी सभी नीतियों की मदद से, दुनिया भर के लोगों को खबरों के बारे में बेहतर जानकारी मिले. साथ ही, खबर के स्रोतों को भी उनके काम के लिए, सही पहचान मिले.