Landsat 1–5

मल्टीस्पेक्ट्रल स्कैनर (एमएसएस)

Landsat, USGS और NASA का एक जॉइंट प्रोग्राम है. इसके तहत, 1972 से लेकर अब तक पृथ्वी पर होने वाले बदलावों पर लगातार नज़र रखी जा रही है. आज Landsat सैटलाइट, हर दो हफ़्ते में एक बार पूरी पृथ्वी की सतह की इमेज लेता है. इसका रिज़ॉल्यूशन 30 मीटर होता है. इसमें मल्टीस्पेक्ट्रल और थर्मल डेटा शामिल होता है. यूएसजीएस, हर सैटेलाइट के लिए तीन कैटगरी में डेटा उपलब्ध कराता है (टियर 1, टियर 2, और आरटी). अलग-अलग टियर के बारे में ज़्यादा जानें.

Landsat मल्टीस्पेक्ट्रल स्कैनर (एमएसएस): Landsat 1–5 में से हर एक में एमएसएस सेंसर होता है. यह सेंसर, 80 मीटर के रिज़ॉल्यूशन पर, विज़िबल और नियर-इंफ़्रारेड स्पेक्ट्रम में, सतह के रिफ़्लेक्टेंस के चार या पांच स्पेक्ट्रल बैंड इकट्ठा करता है. NASA Landsat Science की वेबसाइट पर, MSS सिस्टम के बारे में ज़्यादा पढ़ें.

Landsat 1 MSS Collection 2 DN वैल्यू, जो सेंसर पर मापी गई रेडियंस को दिखाती हैं.

डेटासेट की उपलब्धता: जुलाई 1972–जनवरी 1978

Landsat 2 MSS Collection 2 की DN वैल्यू, जो सेंसर पर मौजूद रेडियंस को दिखाती हैं. इन्हें स्केल और कैलिब्रेट किया गया है.

डेटासेट की उपलब्धता: जनवरी 1975–फ़रवरी 1982

Landsat 3 MSS Collection 2 की DN वैल्यू. ये वैल्यू, सेंसर पर मौजूद रेडिएशन को स्केल और कैलिब्रेट करके दिखाई जाती हैं.

डेटासेट की उपलब्धता: मार्च 1978–मार्च 1983

Landsat 4 MSS Collection 2 की DN वैल्यू, जो सेंसर पर मौजूद रेडियंस को दिखाती हैं. इन्हें स्केल और कैलिब्रेट किया गया है.

डेटासेट की उपलब्धता: अगस्त 1982–दिसंबर 1993

Landsat 5 MSS Collection 2 DN वैल्यू, जो सेंसर पर मौजूद रेडियंस को दिखाती हैं. इन्हें स्केल किया गया है और कैलिब्रेट किया गया है.

डेटासेट की उपलब्धता: जनवरी 1984 से मई 2012